अन्य हल प्रश्न ( More Questions Solved )
1. अति लघु उत्तरीय प्रश्न ( Very Short Answer Type Questions )
1. महात्मा गाँधी का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?.
उ ० महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर , 1869 में पोरबंदर , गुजरात में हुआ था ।
2. गाँधी जी उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड कब गए ?
उ ० गाँधी जी उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड 1887 में गए ।
3. गाँधी जी कानून की उपाधि लेकर भारत वापस किस वर्ष आए ?
उ ० गाँधी जी 1891 में कानून की उपाधि लेकर भारत वापस आए ।
4. गाँधी जी अफ्रीका कब और क्यों गए थे ?
उ ० गाँधी जी 1893 में एक मुकद्दमे की पैरवी के लिए दक्षिण अफ्रीका गए थे ।
5. गाँधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में रंग - भेद नीति के विरुद्ध कितने वर्षों तक संघर्ष किया ?
उ ० गाँधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में रंग - भेद नीति के विरुद्ध 1893 से लेकर 1914 तक संघर्ष किया ।
6. दक्षिण अफ्रीका से गाँधी जी वापस कब आए ?
उ ० दक्षिण अफ्रीका से गाँधी जी 1915 में वापस आए ।
7. ' हिन्द स्वराज्य ' पुस्तक किसने लिखी थी ?
उ ० गाँधी जी ने ।
8. गाँधी जी ने भारत में सत्याग्रह का सबसे पहला प्रयोग कहाँ और कब किया ?
उ ० गाँधी जी ने भारत में सत्याग्रह का सबसे पहला प्रयोग चम्पारण ( बिहार ) में सन् 1917 में किया ।
9. चम्पारण में किसानों की क्या समस्या थी ?
उ ० चम्पारण में किसानों की समस्या थी अंग्रेजों द्वारा जबरन नील की खेती करवाना ।
10 खेड़ा के किसानों का सत्याग्रह कब हुआ था ?
उ ० खेड़ा के किसानों का सत्याग्रह 1918 में हुआ था ।
11. भगवद्गीता ने गाँधी जी को क्या सिखाया ?
उ ० भगवद्गीता ने गाँधी जी को निःस्वार्थ सेवा का पाठ पढ़ाया ।
12. गाँधी जी पर डेविड थोरियो का क्या प्रभाव पड़ा था ?
उ ० गाँधी जी ने सविनय अवज्ञा का विचार डेविड थोरियो से लिया था ।
13. ' सत्याग्रह ' शब्द से आपका क्या अभिप्राय है ?
उ ० सत्याग्रह का अर्थ है- सत्य के लिए किया गया अहिंसक हठ ।
14. गाँधी जी ने अहमदाबाद के निकट साबरमती आश्रम की स्थापना क्यों और कब की थी ?
उ ० गाँधी जी सन् 1916 में अपने कुछ अनुयायियों के साथ साबरमती आश्रम में रहने लगे । उन्होंने किसी भेदभाव के बिना इकट्ठे मिलकर सादा जीवन व्यतीत करने का प्रयास किया ।
15. अहमदाबाद के मिल मजदूरों की क्या समस्या थी ?
उ ० अहमदाबाद के मिल मजदूरों की समस्या वेतन वृद्धि को लेकर थी ।
16. राष्ट्रीय आंदोलन का तीसरा और अंतिम चरण कब से माना जाता है ?
उ ० राष्ट्रीय आंदोलन का तीसरा और अंतिम चरण 1919 में शुरू हुआ जब विशाल जन आंदोलन का युग आरंभ हुआ । इस काल में भारतीय जनता ने सभवतः विश्व इतिहास का सबसे बड़ा जन संघर्ष किया और भारत की राष्ट्रीय क्रांति विजयी हुई ।
17. महात्मा गाँधी किसानों को राष्ट्रीय आंदोलन की मुख्य धारा में लाने में क्यों समर्थ रहे ?
उ ० महात्मा गाँधी को किसानों की समस्याओं तथा मानसिकता की बुनियादी समझ भी थी और उनके साथ हमदर्दी भी इसलिए के किसानों को आकर्षित करके राष्ट्रीय आंदोलन की मुख्य धारा में लाने में समर्थ रहे ।
18. गाँधी जी के दृष्टिकोण के एक महत्त्वपूर्ण पक्ष को लिखिए ।
उ ० गाँधी जी के दृष्टिकोण का एक महत्त्वपूर्ण पक्ष यह भी था कि वे विचार और कर्म में कोई अंतर नहीं रखते थे ।
19. पश्चिमी सीमान्त प्रांत में सविनय अवज्ञा आंदोलन का प्रसार किसने किया ?
उ ० खान अब्दुल गफ्फार खाँ ने ।
20. खिलाफत आंदोलन की शुरुआत कब हुई थी ?
उ ० खिलाफत आंदोलन की शुरुआत 1 अगस्त , 1920 को शुरू हुई थी ।
21. जालियाँवाला बाग का हत्याकांड कब हुआ था ?
उ ० जालियाँवाला बाग का हत्याकांड 13 अप्रैल , 1919 को हुआ था ।
22. जालियाँवाला बाग हत्याकांड का जिम्मेदार कौन था ?
उ ० इस हत्याकांड का जिम्मेदार जनरल डायर था ।
23.1920 के असहयोग आंदोलन की योजना क्या थी ?
उ ० गाँधी द्वारा प्रतिपादित इस आंदोलन की यह योजना थी कि जब तक पंजाब तथा खिलाफत संबंधी अत्याचारों की भरपाई नहीं होती और स्वराज्य स्थापित नहीं होता , सरकार से असहयोग किया जाए ।
24. गाँधी जी ने 1922 में असहयोग आंदोलन क्यों वापस ले लिया ?
उ ० गाँधी जी अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले थे लेकिन 1922 में असहयोग आंदोलन के दौरान ही चौरी - चौरा नामक जगह पर कुछ भीड़ ने पुलिस थाने पर हमला कर दिया जिसमें 22 पुलिसकर्मों मारे गए । इसी से दुखी होकर गाँधी जी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया ।
25. असहयोग आंदोलन में खिलाफत आंदोलन की क्या भूमिका रही ?
उ ० असहयोग आंदोलन में खिलाफत आंदोलन की एक महत्त्वपूर्ण भूमिका रही । इसके कारण नगरों के मुसलमान राष्ट्रीय आंदोलन में शामिल हुए । फलतः देश में उन दिनों राष्ट्रका उत्साह तथा उल्लास का जो उसे बनाने में इसका भी एक तक योगदान था ।
26. असहयोग आंदोलन का कोई एक परिणाम लिखिए ।
Ans: आंदोलन का एक प्रमुख परिणाम यह हुआ कि भारतीय जनता के मन की भावना समाप्त हो गयी । भारत में ब्रिटिश को हैवानी ताकत अब उनके लिए हर का कारण नहीं रही । जनता में ऐसा आत्मविश्वास और आत्मसम्मान जागा जो भी हार या धक्के से कमजोर पड़ने वाला नहीं था ।
27. लाला लाजपत राय की मृत्यु कब और किस कारण हुई थी ?
Ans: 30 अक्टूबर , 1998 को साइमन कमीशन विरोधी एक प्रदर्शन पर पुलिस के पर लाठीचार्ज के कारण पंजाब के महान नेता लाला लाजपत राय शहीद हो गए ।
28. किस दिन भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने केन्द्रीय असेंबली में बम फेका ?
Ans: 8 अप्रैल 1929 को ।
29. साइमन कमीशन के खिलाफ प्रदर्शन क्यों किया गया था ?
Ans: ३० साइमन कमीशन के सभी सदस्य अंग्रेज थे , इसीलिए इस कमीशन का व्यापक विरोध हुआ ।
30. साइमन कमीशन का उद्देश्य क्या था ?
उ ० साइमन कमीशन का उद्देश्य संवैधानिक सुधार के प्रश्न पर विचार करना था ।
31. कांग्रेस के किस अधिवेशन में ' पूर्ण स्वराज्य ' की घोषणा की गई ?
Ans: 30 दिसम्बर , 1928 के कलकत्ता अधिवेशन में पूर्ण स्वराज्य की घोषणा की गई ।
32. किस वर्ष गाँधी जी दुबारा सक्रिय राजनीति में लौट आए ?
Ans: गांधी 1928 के अंत में सक्रिय राजनीति में लौट आए ।
33. नागरिक अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत कब और कहाँ से हुई ?
Ans: नागरिक अवज्ञा आंदोलन 12 मार्च , 1930 को गाँधी जी के प्रसिद्ध दांडी मार्च के साथ आरम्भ हुआ
34. किस दिन गाँधी जी ने दांडी पहुँचकर नमक कानून को तोड़ा ?
Ans: 6 अप्रैल , 1930 को दांडी पहुँचकर समुद्र तट से मुट्ठी भर नमक उठाकर गाँधी जी ने नमक कानून को तोड़ा ।
35. सीमांत गाँधी किसे कहा जाता है ?
Ans: खान अब्दुल गफ्फार खाँ को सीमांत गाँधी कहा जाता है ।
36. नागरिक अवज्ञा को क्यों रोक दिया गया ?
Ans: मार्च , 1931 में गाँधी जी और लार्ड इर्विन में एक समझौता हुआ जिसके तहत सरकार अहिंसक रहने वाले राजनीतिक बंदियों को रिहा करने पर तैयार हो गई । उपयोग के लिए नमक बनाने का अधिकार तथा विदेशी वस्त्रों तथा शराब की दुकानों पर धरना देने का अधिकार भी मान लिए गए । तब कांग्रेस ने नागरिक अवज्ञा आंदोलन रोक दिया ।
37. दूसरे गोलमेज सम्मेलन में अंग्रेजों ने गाँधी जी के किस प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया ?
Ans: अंग्रेज सरकार ने गाँधी जी द्वारा प्रस्तावित डोमिनियन स्टेट्स तत्काल देकर उनके आधार पर स्वतंत्रता की बुनियादी राष्ट्रवादी माँगों को मानने से इनकार कर दिया ।
38. सत्याग्रह सभा की स्थापना क्यों की गई थी ?
Ans: रॉलेट एक्ट के खिलाफ गाँधी जी ने सत्याग्रह अभियान संगठित किया और रॉलेट एक्ट को यह कहते हुए आलोचना की कि यह अनुचित , स्वतंत्रता के सिद्धांतों का विरोधी तथा व्यक्ति के मूल अधिकारों की हत्या करने वाला है । अभियान को संगठित करने के लिए एक सत्याग्रह सभा स्थापित की गई जिसके अध्यक्ष स्वयं गांधी जी थे ।
39.1920 का असहयोग आंदोलन किन माँगों के लिए प्रारम्भ किया गया था ?
Ans: यह आंदोलन निम्नलिखित तीन मुख्य माँगों पर बल देने के लिए प्रारम्भ किया गया था .
1. खिलाफत मुद्दा ,
2. पंजाब में उत्पीड़न के विरुद्ध न्याय की मांग ,
3.स्वराज की प्राप्ति
40. किस दिन भारतीय स्वतंत्रता का झंडा लहराया था ?
Ans: 31 दिसम्बर 1920 के मध्यरात्रि को नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के किनारे भारतीय स्वतंत्रता का झंडा फहराया ।
41. किस दिन पूर्ण स्वराज्य दिवस मनाने का फैसला लिया गया ?
Ans:26 जनवरी 1930 के दिन को पूर्ण स्वराज्य दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया ।
42. सविनय अवज्ञा आंदोलन का द्वितीय चरण कब से कब तक चला ?
Ans: सविनय अवज्ञा आंदोलन का द्वितीय चरण जनवरी , 1932 से लेकर 1934 तक चला ।
43. पूना समझौता कब हुआ था
Ans:पूना समझौता 25 सितम्बर , 1932 को हुआ था ।
44. पूना समझौता की दो मुख्य बातों को लिखिए ।
Ans: 1. विभिन्न प्रांतीय विधानमंडलों में दलित वर्गों के लिए 148 सीटें आरक्षित की गई ।
2. केन्द्रीय विधानमंडल में 18 प्रतिशत सीटें दलित वर्गों के लिए आरक्षित की गई ।
45. महात्मा गाँधी ने आत्म - शुद्धि अनशन की घोषणा क्यों की ?
Ans:8 मई , 1933 को महात्मा गाँधी ने हरिजन कल्याण कार्यक्रमों के संबंध में अत्यधिक सतर्कता और जागरूकता हेतु अपनी तथा अपने सहयोगियों की शुद्धि के लिए 21 दिनों के आत्म - शुद्धि अनशन की घोषणा की ।
46. व्यक्तिगत सविनय अवज्ञा आंदोलन कब प्रारंभ किया गया ?
Ans: महात्मा गांधी ने 1 अगस्त , 1933 को व्यक्तिगत सविनय अवज्ञा आंदोलन प्रारम्भ किया ।
47. तृतीय गोलमेज सम्मेलन कब हुआ था
Ans:तृतीय गोलमेज सम्मेलन 17 नवम्बर से लेकर 24 दिसम्बर तक 1932 में हुआ था ।
48. तृतीय गोलमेज सम्मेलन की क्या विशेषता थी ?
Ans:कांग्रेस ने इसका बहिष्कार किया । इस सम्मेलन ने भारत सरकार अधिनियम , 1935 के लिए एक ठोस योजना के अंतिम स्वरूप को प्रस्तुत किया गया ।
49. भारत सरकार अधिनियम , 1935 ब्रिटिश संसद में कब पारित हुआ ?
Ans: भारत सरकार अधिनियम , 1935 2 अगस्त , 1935 में ब्रिटिश संसद द्वारा पारित किया गया ।
50. दूसरा व्यक्तिगत सत्याग्रह कब शुरू किया गया ?
Ans: दूसरा व्यक्तिगत सत्याग्रह 17 अक्टूबर , 1940 को शुरू किया गया ।
51. क्रिप्स प्रस्ताव को कांग्रेस ने क्या कहकर ठुकरा दिया ?Ans:क्रिप्स प्रस्ताव को यह कहते हुए अस्वीकृत कर दिया कि केवल भविष्य के वायदों से ही संतुष्टि नहीं मिलेगी , हमें तो वास्तविक स्वतंत्रता से ही संतुष्टि प्राप्त हो सकती है ।
52. भारत छोड़ो आंदोलन कब प्रारम्भ हुआ ?
Ans: भारत छोड़ो आंदोलन अगस्त , 1942 में प्रारम्भ हुआ था ।
53. ' वेवेल योजना ' क्या थी ?
Ans: ' वेवेल योजना ' की मुख्य बात यह थी कि केन्द्र में एक नयी कार्यकारी परिषद का गठन किया जाएगा , जिसमें वायसराय तथा कमांडर - इन - चीफ को छोड़कर शेष सभी सदस्य भारतीय होंगे ।
54.1912 में मौलाना आजाद द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रवादी पत्र का नाम और उसमें प्रतिपादित महत्त्वपूर्ण विचार का उल्लेख कीजिए ।
Ans:1. 1912 में मौलाना आजाद ने ' अल हिलाल ' नामक राष्ट्रवादी समाचार पत्र निकाला ।
2. इस समाचार पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया कि इस्लाम और राष्ट्रवाद में कोई भेदभाव नहीं है । अतः सभी लोग निर्भय होकर राष्ट्रीय संग्राम में कूद पड़ें ।
55. महात्मा गाँधी के नेतृत्व में हुए भारतीय आंदोलन की दो प्रमुख विशेषताएँ बताइए ।
Ans:गाँधी जी के नेतृत्व में भारतीय आंदोलन की दो प्रमुख विशेषताएँ
1. गाँधी जी ने सत्याग्रह द्वारा आंदोलन चलाया जिसका आधार सत्य और अहिंसा था ।
2. उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन को जन आंदोलन बनाया जिसमें किसान , मजदूर स्त्रियाँ विद्यार्थी तथा निम्न वर्ग के पिछड़े हुए लोग शामिल थे ।
1.गांधी जी के रचनात्मक कार्यों का संक्षिप्त वर्णन करें ।
Ans: महात्मा गांधी केवल राजनीतिक स्वतंत्रता के ही पक्षधर नहीं थे बल्कि ये आर्थिक सामाजिक और आत्मिक उन्नति के भी पक्षधर थे । इसी भावना को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ग्राम उद्योग संघ , तालीमी संघ और गो रक्षा सघ बनाए । उन्होंने समाज में शोषण को समाप्त करने तथा सामाजिक समानता स्थापित करने के लिए आर्थिक क्षेत्र के विकेन्द्रीकरण की वकालत को खादी उनके आर्थिक कार्यक्रम की प्रतीक थी । उन्होंने सभी प्रकार के सामाजिक असमानताओं ; जैसे- जाति , धर्म , समुदाय को समाप्त करने का प्रयास किया । वे हिन्दू - मुस्लिम एकता के प्रबल समर्थक थे । अस्पृश्यता को ये भारतीय समाज की सबसे घृणित कुराई मानते थे । गाँधी जी ने अछूतों को ' हरिजन ' की संज्ञा दी । गाँधी जी ने महिलाओं के उद्धार के लिए अथक प्रयत्न किया ।
2.स्वदेशी आंदोलन के महत्त्व पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखें । Ans: स्वदेशी आंदोलन की एक उल्लेखनीय विशेषता यह थी कि इसमें कम से कम बीज रूप में ही सही , इतनी अधिक प्रवृत्तियाँ " और शक्तियाँ विद्यमान थीं कि जिन्होंने 1947 और उसके बाद तक भारतीय जन - जीवन को दूरगामी रूप से प्रभावित किया । यही एक मात्र ऐसा आंदोलन था जो इस दृष्टि से अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रहा कि 1911 में बंगाल के विभाजन को रद्द कर दिया गया । यह स्वदेशी आंदोलन ही था , जिसने विचारधारा या सिद्धांत और भावनाओं की परिधि को तोड़कर राष्ट्रवाद को व्यावहारिक राजनीति की उच्च पीठ पर प्रतिष्ठित किया , जिसके द्वारा भारत का समग्र राष्ट्रीय जीवन आंदोलित हुआ । सुरेन्द्र नाथ बनर्जी के अनुसार , " स्वदेशी आंदोलन , मात्र एक आर्थिक या राजनीतिक आंदोलन नहीं था , अपितु हमारे संपूर्ण राष्ट्रीय जीवन के साथ अभिन्न रूप से सम्बद्ध एक सर्वव्यापी आंदोलन था । " महात्मा गाँधी ने लिखा है कि- " भारत का वास्तविक जागरण बंगाल के विभाजन के उपरान्त शुरू हुआ । " जीवन के प्रत्येक क्षेत्र - उद्योग , शिक्षा , संस्कृति , साहित्य और फैशन में स्वदेशी की भावना का संचार हुआ । हमारे राष्ट्रीय आंदोलन के किसी भी अन्य चरण में इतनी अधिक सांस्कृतिक जागृति देखने को नहीं मिलती , जितनी कि स्वदेशी आंदोलन के दौरान ।
3. जलियाँवाला बाग हत्याकांड का संक्षिप्त वर्णन कीजिए ।
Ans: रॉलेट एक्ट विराधी आंदोलन पंजाब में विशेष रूप से अधिक प्रबल था । इन दिनों पंजाब युद्धकालीन मन्दी के दुष्प्रभावों , सेना में जबरन भर्ती और क्रांतिकारियों के प्रभाव से आक्रांत था । इस आंदोलन के कारण पंजाब के विभिन्न भागों में हड़तालें हुई तथा हिंसा की घटनाएँ घटित हुई । 6 अप्रैल की हड़ताल के एक सप्ताह के भीतर पंजाब का अधिकांश भाग प्रज्वलित हो उठा तथा अधिकारियों ने विद्रोह को दबाने के लिए ऐसे उपाय किए जैसे कि कोई भी सभ्य सरकार आधुनिक काल में स्वयं अपनी प्रजा के विरुद्ध कभी नहीं कर सकती । लेफ्टिनेंट गवर्नर - जनरल डायर पहले से ही अत्याचारी प्रशासक के रूप में कुख्यात हो चुका था । 9 अप्रैल , 1919 को उसने दो स्थानीय कांग्रेसी नेताओं डॉ ० सत्यपाल और डॉ ० किचलू की गिरफ्तारी के आदेश दिए । ये दोनों दिसम्बर , 1919 में होने वाले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन की स्वागत समिति से संबद्ध थे । उनकी गिरफ्तारी और ब्रिटिश दमन का विरोध करने के लिए 13 अप्रैल , 1919 में जलियाँवाला बाग में एक सार्वजनिक सभा बुलाई गई थी , जहाँ जनरल ओ ० डायर बख्तरबंद गाड़ियों और सैनिक टुकड़ियों के साथ आ धमका और बिना चेतावनी दिए ही शान्तिपूर्ण भीड़ पर गोलियाँ चलाकर लगभग 1,000 लोगों की हत्या कर दी और अन्य अनेक लोग हताहत हुए । जलियाँवाला बाग के नरसंहार के बाद पंजाब में मार्शल लॉ लगा दिया गया तथा वहाँ आतंक का शासन लागू किया गया । जलियाँवाला बाग के नरसंहार के विरोध स्वरूप रवीन्द्रनाथ टैगोर ने ब्रिटिश सरकार द्वारा दी गई ' नाइटहुड ' की उपाधि वापस कर दी तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के भूतपूर्व अध्यक्ष सर शंकरन नायर ने वाइसराय की कार्यकारिणी परिषद की अपनी सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया । जलियाँवाला बाग के नरसंहार से भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में आकस्मिक परिवर्तन आया , जिसने खिलाफत आंदोलन प्रारम्भ होने से और अधिक तनावपूर्ण रूप धारण कर लिया । दिसम्बर , 1919 में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अमृतसर अधिवेशन से जनता की नयी आक्रामक मनःस्थिति की झलक मिली ।